सहयोग करना अर्थात मदद करना। यह पूरी दुनिया सहयोग के माध्यम से ही चल रही है।
- मिट्टी पानी को सहयोग करती है तो समंदर बनता है।
- हवा पानी को सहयोग करती है तो बारिश बनती है।
- और ऐसे ही जब पंचतत्व एक दूसरे को सहयोग देते हैं तो यह शरीर बनता है।
सहयोग का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। इस जीवन में मिलने वाले माता पिता , बहन भाई, रिश्तेदार संबंधी, दोस्त इत्यादि सब लोगों का इस जीवन में एक साथ होने का लक्ष्य भी सहयोग देना ही है।
- तो आज सारा दिन हम अपने संबंध संपर्क में आने वाले सब लोगों को उनकी अवस्था अनुसार सहयोग देंगे।
- जैसे कि अगर कोई निराश होकर बैठा है तो उनमें अपने शक्तिशाली और मधुर बोल से बल भरेंगे।
- कोई क्रोध कर रहा है तो उसे शांति की दुआ देकर सहयोग देंगे।
- किसी का आपस में मनमुटाव है तो प्रेम की दुआ देकर सहयोग करेंगे।
सहयोग देने वाला कभी भी खुद को कमजोर और अकेला नहीं पाता। सहयोग देने से सहयोग मिलता भी है। तो आज निस्वार्थ भाव से सबको सहयोग देते चलेंगे और सब की दुआएं लेते चलेंगे।
आज का स्वमान है:
🤝मै सहयोगी आत्मा हूं
🤝मैं विश्व कल्याणकारी आत्मा हूं
🙏🏻ओम शांति🙏🏻