Sympathy makes us human beings | सहानुभूति ही इंसान को इंसान बनाता है

सहानुभूति

आज दिन तक केवल गरीब लोगों के प्रति अच्छा और दया पूर्ण व्यवहार ही सहानुभूति समझते थे लेकिन हम सब जैसे एक दूसरे के साथ जीवन में आए हैं तो एक दूसरे की भावनाओं को समझना भी बहुत जरूरी है एक दूसरे के प्रति सहानुभूति,दया, प्रेम तथा हमदर्दी होना जीवन को सुंदर तथा सहज बना देता है। हम सब अलग-अलग संस्कारों के साथ जीवन में आए हैं इसलिए हमारा अलग होना भी स्वाभाविक है तो एक दूसरों के संस्कारों के प्रति भी सहानुभूति तथा समझ होना बहुत जरूरी है।

इसलिए आज हम एक दूसरे के प्रति सिंपैथी अर्थात सहानुभूति रखने का अभ्यास करेंगे उसके लिए :
  1. आज हम अपने घर परिवार दोस्त रिश्तेदार तथा सभी संबंधियों के प्रति अपनी सहानुभूति की भावना रखकर कार्य व्यवहार में आएंगे।
  2. अगर किसी का संस्कार बहुत कड़ा है और वह कुछ कह दे तो उसे अपने सच्चे मन से क्षमा कर देंगे और उसके प्रति सहानुभूति रखकर उसे अच्छे संस्कारों के लिए शुभकामना देंगे
अपने आप के प्रति भी हम सहानुभूति रखेंगे और अपने जीवन को अच्छे संस्कारों के साथ सुंदर बनाने का पर्यटन करेंगे।
आज का स्वमान है:
मैं प्रेम स्वरूप आत्मा हूं
मैं सबके साथ मिलजुल कर रहने वाली महान आत्मा हूं
 
🙏🏻ओम शांति🙏🏻

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